ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दिखाए गए संयम को नहीं दोहराएगा देश
भविष्य के लिए सैनिकों को तैयार रहने का किया आह्वान
श्रीगंगानगर। राजस्थान श्रीगंगानगर जिले के अनूपगढ़ से सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शुक्रवार को पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान दुनिया के मानचित्र पर अपनी जगह बनाए रखना चाहता है तो उसे अपनी जमीन पर आतंकवाद को प्रायोजित करना बंद करना होगा। भारत अब ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दिखाए गए संयम को दोहराएगा नहीं और आगे की कार्रवाई करेगा ।
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के समय भारत ने दुनिया को पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों के सबूत दिए । यदि देश ये सबूत उजागर नहीं करता तो पाकिस्तान इन तथ्यों को छिपा लेता । इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने पाक के भीतर नौ लक्ष्यों पर हमला किया, जिनमें से सात आर्मी और दो वायुसेना ने नष्ट किए। हमारा उद्देश्य सिर्फ आतंकियों को निशाना बनाना था न कि आम नागरिकों को नुकसान पहुंचाना।
उन्होंने सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि अपने आप को पूरी तरह तैयार रखें, यदि भगवान ने चाहा तो मौका जल्द आएगा। भारत इस बार पहले जैसा संयम नहीं दिखाएगा और ऐसी कार्रवाई करेगा जो पाकिस्तान को अपनी स्थिति पर विचार करने के लिए मजबूर कर देगा। सीमा के पास रहने वाले लोगों के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में जनरल द्विवेदी ने कहा कि भारत इन लोगों को आम नागरिकों के बजाय सैनिकों के रूप में देखता है। वे हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर युद्ध में खड़े हैं।
यह अहम है क्योंकि आने वाला संघर्ष सिर्फ सेना का नहीं बल्कि पूरे देश का है। उन्होंने 1965 और 1971 के युद्धों का उल्लेख करते हुए कहा कि उस समय भी आम नागरिकों ने सैनिकों का साथ दिया था। उनका जोश सैनिकों का मनोबल बढ़ाता है । मैं उनकी भावना के लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं।
जनरल द्विवेदी ने बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पूरी दुनिया ने भारत का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि भारत ने केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया क्योंकि पाकिस्तान द्वारा आतंकियों को प्रायोजित किया जा रहा था ।
एक रात में पाक को ला दिया था घुटनों पर
वायु सेना प्रमुख नई दिल्ली। पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा कि चार दिन के इस संघर्ष में हमने पाकिस्तानी वायु सेना के अमेरिका निर्मित 4 से 5 एफ-16 मार गिराए । यह ऑपरेशन 1971 के बाद का सबसे विनाशकारी अभियान था। वायु सेना ने अचूक, अभेद्य और सटीक लक्ष्य के जरिए सिर्फ एक रात में दुश्मन को घुटनों पर ला दिया ।
यह सफलता आत्मनिर्भरता और वायु शक्ति की ताकत दिखाती है। उन्होंने कहा कि हमने बडी संख्या में हमले किए। इन हमलों के कारण पाकिस्तान के कम से कम चार जगहों पर रडार, दो जगहों पर कमांड और कंट्रोल सेंटर, दो जगहों पर रनवे क्षतिग्रस्त हुए। तीन अलग-अलग स्टेशनों में उनके तीन हैंगर क्षतिग्रस्त हुए हैं।
